सोमवार, 3 मई 2010

ये बनारस है

यहाँ नवोदय के बहुत विद्यार्थी रहते हैं। यहाँ के काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में पढना अपने आप में एक गौरव कि बात होती है.काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रांगन में अवधेश के साथ टहलना मेरे लिए आनंदायक क्षण होता है। मेरे पूर्व स्कूल मित्र अविनाश और लोकेश यहीं पढ़ते हैं । मेरे बहुत सारेमित्र परीक्षा देने यहाँ अक्सर आते रहते हैं.

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